वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२८ अगस्त, २०१६
रमण महर्षि केंद्र, दिल्ली
प्रसंग:
क्या अध्यात्म जीवन जीने की कला है?
क्या अध्यात्म इसलिए है कि जीवन सुन्दर हो सके?
क्या आध्यात्मिकता भगोड़े लोगो के लिए?
कबीर ने आध्यात्मिक आदमी को सुरमा /योद्धा क्यों कहे है?
क्या अध्यात्म परिवार से पलायन करने का नाम है?
अपने जीवन को कैसे देखे?
संगीत: मिलिंद दाते